धनतेरस पर इन चीजों की न करें खरीदारी !
धनतेरस पर लोहे की वस्तुओं की खरीदारी नहीं करनी चाहिए। क्योंकि लोहा शनि का कारक माना गया है। मान्यता है कि धनतेरस पर लोहे की चीजों को खरीदने से घर में अशांति और दुःख आता है। इसके अलावा धनतेरस के दिन चीनी मिट्टी की बनी हुई चीजों को भी नहीं खरीदना चाहिए। कहते हैं कि ऐसा करने से घर में बरकत कम होती है।
धनतेरस के त्योहार पर धन कुबेर को प्रसन्न करने का शुभ समय है. धनतेरस शनिवार, 18 अक्टूबर , 2025 को है और इसकी पूजा का शुभ समय शाम 5:30 बजे से 6:00 बजे तक रहेगा. ज्योतिषशास्त्र के अनुसार धनतेरस पर नई चीजों की खरीदारी करना बेहद शुभ माना जाता है, लेकिन इस दिन कुछ खास चीजें बिल्कुल नहीं खरीदनी चाहिए. क्योंकि इससे धन कुबेर अप्रसन्न होते हैं और घर में दुर्भाग्य आता है
एल्यूमिनियम: कुछ लोग एल्यूमिनियम के बर्तन खरीद लेते हैं. जानकारी के लिए बतादु की इस धातु पर भी राहु का प्रभाव अधिक होता है. इसकी धनतेरस पर खरीदारी दुर्भाग्य का प्रतीक माना जाता रहा है. त्योहार पर एल्यूमिनियम की कोई भी नई चीज घर में लाने से बचाना चाहिए।
स्टील: धनतेरस के ज्यादातर लोग स्टील के बर्तन घर ले आते हैं, स्टील शुद्ध धातु नहीं है. इस पर राहु का प्रभाव
भी ज्यादा होता है. इस दिन आपको केवल प्राकृतिक धातुओं का ही खरीदारी करना शुभ माना जाता है.
लोहा: ज्योतिष के अनुसार, लोहे को शनिदेव का कारक माना जाता है. इसलिए लोहे से बनी चीजों को धनतेरस पर भूलकर भी खरीदने की गलती न करें. ऐसा करने से त्योहार पर धन कुबेर की कृपा नहीं होती है.
धारदार चीजें: धनतेरस के दिन धारदार वस्तुएं खरीदने से बचें. इस दिन चाकू, कैंची या कोई धारदार हथियार खरीदने से सख्त परहेज करना चाहिए. धनतेरस पर इन चीजों को खरीदना शुभ नहीं माना जाता है.
प्लास्टिक की वस्तुएं: धनतेरस पर कुछ लोग प्लास्टिक की बनी चीजें घर ले आते हैं. बता दें कि प्लास्टिक बरकत नहीं देता है. इसलिए धनतेरस पर प्लास्टिक से बना किसी भी तरह का सामान घर न लेकर आएं.
सेरामिक के बर्तन: धनतेरस पर सेरामिक (चीनी मिट्टी) से बने बर्तन या गुलदस्ता आदि खरीदना से बचना चाहिए. इन चीजों में स्थायित्व नहीं रहता है, जिससे घर में बरकत की कमी रहती है. इसलिए सेरामिक से बनी चीजें बिल्कुल न खरीदें.
कांच की चीजें: धनतेरस पर कुछ लोग कांच के बर्तन या दूसरी चीजें खरीदते हैं. कांच का संबंध राहु से माना जाता है, इसलिए धनतेरस के दिन इसे खरीदने से बचना चाहिए. इस दिन कांच की चीजों का इस्तेमाल भी नहीं करना चाहिए.
काले रंग के सामान: धनतेरस के दिन काले रंग की चीजों को घर लाने से बचना चाहिए. धनतेरस एक बहुत ही शुभ दिन है, जबकि काला रंग हमेशा से दुर्भाग्य का प्रतीक माना गया है. इसलिए धनतेरस पर काले रंग की चीजें खरीदने से बचें.
खाली बर्तन: धनतेरस के दिन यदि आप कोई बर्तन या इस्तेमाल करने का सामान खरीदने की योजना बना रहे हैं तो ध्यान रखें कि उसे घर में खाली न लेकर आएं. घर में बर्तन लाने से पहले इसे पानी, चावल या किसी दूसरी सामग्री से भर लें.
तेल या घी: धनतेरस के दिन यदि आप तेल या घी जैसी चीजें खरीदने जा रहे हैं तो थोड़ा सतर्क रहिए. ऐसी चीजों में मिलावट हो सकती है और इस दिन अशुद्ध चीजें खरीदने से बचना चाहिए. यदि आप घर में रिफाइंड का इस्तेमाल करते हैं तो वो भी इस दिन खरीदने से बचें.
जानिए धनतेरस के दिन किन चीजों की खरीदारी करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है।
कुबेर यंत्र और महालक्ष्मी यंत्र: कहते हैं कि इस दिन भगवान धन्वंतरि की कृपा पाने के लिए कुबेर यंत्र और महालक्ष्मी यंत्र खरीदना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से जीवन में सुख-समृद्धि के साथ वैभव आता है। श्रीयंत्र को घर को घर या दुकान की तिजोरी में स्थापित करें।
पीतल से निर्मित वस्तुएं: धनतेरस पर मानव निर्मित धातु में से केवल पीतल खरीदा जा सकता है. इसे शास्त्र में शुभ माना गया है। धनतेरस के दिन खरीदारी को शुभ होता है, तथा लाभकारी भी, साथ ही धन-संपदा में भी वृद्धि होती है। इस दिन खरीदारी के साथ शुभ कार्य भी किए जाते हैं।
धनिए के बीज: इस दिन धनिए के बीज की खरीदना शुभ माना जाता है। कहते हैं कि धनिए के बीज का इस्तेमाल गणेश-लक्ष्मी पूजन में करना चाहिए। साथ ही धनिया का बीज तिजोरी में भी रखना शुभ होता है।
लक्ष्मी-गणेश जी की मूर्ति: इस दिन लक्ष्मी-गणेश जी की मूर्ति स्थापित करना शुभ होता है। ऐसा मान्यता हैं कि दिवाली के पहले धनतेरस पर लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति लाना बेहद शुभ होता है।
सोने-चांदी के सिक्के खरीदना होता है शुभ: इस दिन सोने या चांदी के सिक्के खरीदना भी शुभ माना जाता है। इसके अलावा चांदी के बर्तन भी खरीदे जाते हैं। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, धनतेरस के दिन खरीदे जाने वाले गहने, सिक्कों, बर्तनों की भी दिवाली के दिन गणेश-लक्ष्मी पूजन के दौरान पूजा करनी चाहिए। ऐसा करने से धन की देवी मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
कई वर्षो बाद शनिवार को मनाई जाएगी दिवाली, इस दीपावली पर गृहस्थ और व्यापारियों के लक्ष्मी पूजन का चौघड़िया मुहूर्त है।
इस ब्लॉग में दी गई जानकारियां धार्मिक आस्थाओं और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं

